पेट में कब्ज गेस बनना petme kabj ges banna

पेट में कब्ज गेस बनना ? 

पेट-में-कब्ज-गेस-बनना


पेट में गैस क्यों बनती है इलाज से पहले यह समस्या होती क्यों है यह जानना आपके लिए बहुत ही आवश्यक है ! आइये इसे गहनता से समझते है ! ध्यान से इस पोस्ट को पूरा पढ़े आपको कारण और इलाज दोनों का पता चल जायेगा !

मुख्य बात भोजन ठीक से न पचने के कारण ही अपच और अपच के कब्ज एवं गैस की समस्या होती है ! इन समस्याओं में जरूरी है भोजन और पाचन क्रिया को समझना !

जब हम भोजन करते है तो भोजन का पाचन ग्रंथियों और पाचक रसों द्वारा खाना पचता है ! जैसे ही हम भोजन चबाते है पाचन क्रिया प्रारम्भ हो जाती है उसके बाद ग्रास नाली द्वारा भोजन अमाशय में पहुँचता है जिसके बाद भोजन का पाचन पाचन संसथान द्वारा प्राम्भ हो जाता है !

पेट-में-कब्ज-गेस-बनना


यदि इस पाचन क्रिया में किसी भी प्रकार की रुकावट होती है तो भोजन ठीक नहीं पच पाता है और भोजन ठीक से न पचने से अपच की समस्या हो जाती है और अपच के कारण ही कब्ज और गैस हो जाती है  

कब्ज क्या है सही डंग से मल का न निकलपाना ही कब्ज है मतलब शौच के समय पेट पूरी तरह से साफ न होना ही कब्ज कहलाता है कब्ज होने के कई कारण हो सकते है  जैसे - ज्यादा तला या चिकना भोजन करने से , देर रात जागने से,   अधिक तनाव रहना, , किसी बीमारी के कारण , चिंता या अधिक तनाव के कारण  गैस और कब्ज पेट में अपच के कारण होती है ! जब हमारे द्वारा खाया गया भोजन ठीक से पच नहीं पता है उस परिस्थिति में पेट कब्ज और गैस बनती है !

यह भोजन ठीक से न पचने की बजह से होता है यदि आप भोजन के खेल को और पाचन क्रिया को समझ गए तो इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है ! 

पेट-में-कब्ज-गेस-बनना


पेट में गैस बनना इसे भले ही आप इसे कोई गंभीर बीमारी न समझते हों पर एक बात हमेशा ध्यान रखना चाहिए की यह शरीर में होने बाले अन्य रोगो एवं बिमारियों के लक्षण हो सकते है पेट में गैस की समस्या हमारे द्वारा भोजन को गलत तरीके और बुरी आदतों के कारण होती है हम इन बातों को नजर अंदाज करके जैसा मन में आया बेसा खाते है ! और फिर इन बुरी आदतों से जब रोग आने लगते है तो हम डॉक्टरों के चक्कर लगाने लगते है जिसका परिणाम यह होता है की हमारा खुशहाल जीवन दुःख और परेशानियों में उलझ कर रह जाता है 

यदि आप जानते हो तो कुछ बड़े रोगों की शुरुआत छोटे रोगों से ही होती है ! पर यदि हम इन छोटे रोगों को शुरुआत में ही समाप्त कर दे तो समस्या आगे नहीं बढ़ेगी !

छोटे रोग जैसे - बार बार पाद आना, पेट में भारीपन , पेट में जलनसीने में दर्द होना आदि जैसे रोग छोटे रोगो की श्रेणी में आते है  इन छोटे से दिखने बाले रोगों का शुरुआत में ही इलाज होना आवश्यक है नहीं तो यह शरीर में बड़े और गंभीर रोगों को उत्पन्न कर देते है जिससे हमारा जीवन दुखों की और बढ़ने लगता है इसलिए हमें हमेशा इन छोटे रोगों का ध्यान रखना चाहिए और जल्द ही इनका इलाज सुरु कर देना चाहिए ! 

अब जानते है इन रोगो के उपाए 

आयुर्वेद के अनुसार यदि किसी रोग को जड़ से ख़त्म करना है तो हमें पहले यह जानना होता है की रोग की शुरुआत कहा से हुई है ! यह समस्या खाना ठीक से न पचने की बजह से होती है खाना ठीक से पचाने के लिए भोजन हमेशा चवा चवा कर खाये और खाने में भी हमेशा हमें ऐसी चीजे खाना चाहिए जो जल्दी और आसानी से पचे जैसे खिचड़ी , हरी सब्जी , और सभी प्रकार के फल का सेवन जरूर करना चाहिए 

पेट-में-कब्ज-गेस-बनना


साथ ही हमें गलत भोजन जैसे फ़ास्ट फ़ूड मेदे से बने पदार्थ कम से कम खाने चाहिए क्युकी मेदे से बने पदार्थ आसानी से पचते नहीं है और पचने में काफी समय लगता है जिसका परिणाम होता है पेट में गैस बनना !

साथ ही हमें बासा खाना भी नहीं खाना चाहिए ! और चाय , शराब , धूम्रपान ,नशा , समय पर भोजन न करना , पेट भर जाये फिर भी भोजन करना , अधिक खाना , और व्यायाम न करना जैसे गलत आदतें भी गैस को पैदा करती है !

गैस को बहार निकलने का अधभुद उपाए है जीरा यह पेट को ठीक रखने और पाचन से जुड़े कई रोगों में यह काफी फायदेमंद है अब जानते है इसका प्रयोग कैसे करना है ! जब भी पेट में समस्या हो लगभग एक चम्मच जीरा लें और उसे अच्छी तरह चवा चवा कर खाये जीरा खाने में थोड़ा कड़बा बेस्वाद लगेगा पर इसका लाभ जल्दी और अच्छा मिलेगा उसके बाद एक ग्लास गुनगुना पानी पि लें ! इससे आपके पेट में हो रही जलन ठीक हो जायेगी साथ हि येह गैस को भी दूर करता है 

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 गैस को दूर करने के लिए एक और उपाए है जो बहुत ही आसान और कारगर है ! ऐसे बनाने के लिए आपको थोड़ा काला नमक और एक पानी हल्का गुनगुना ! दोनों को मिलकर पिने से गैस में रहत मिलती है साथ ही पेट से जुडी अन्य बिमारियों में भी यह रहत देती है !

यह उपाए सही और गहन अध्ययन के बाद ही आपको बताये गए है तो इनका उपयोग करे और किसी और को यह समस्या होने पर बताये ताकि इसका लाभ ले सकें 


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