वीर्यनाश करने के नुकसान ? viryanash karne ke nukshan
यह आखिरी बार है अब नहीं करूँगा मनुष्य यही सोच कर वीर्यनाश (हस्तमैथुन) करता है ! क्युकी जबतक वह हस्तमैथुन नहीं करता है उसके मन को शांति नहीं मिलती है ! और वह बेचैन होता रहता है !
अश्लील फिल्मे देखने की आदत उसे गलत काम की और ढ़केलती ही जाती है और मन को गलत राह पर ले जाती है ! फिर मनुष्य मन की शांति के लिए ऐसा बार बार करने लगता है और वह अपनी ही नजरों में गिरने लगता है ! जिससे उसके मनोवल में कमी आ जाती है
किसी भी चीज़ की अधिकता बहुत नुकसान देती है ! हर काम को नियमानुसार ही करना चाहिए ! नियम तोडना बहुत ही हानिकारक है !
यदि मनुष्य वीर्यनाश करने की समस्या से छुटकारा पाना चाहता है तो सबसे पहले उसे अपने जीवन में कुछ नियम बनाने की आवस्यकता है ! अगर मनुष्य अपने जीवन इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ नियम नहीं बनाता है तो वह कभी भी वीर्यनाश करने से बच नहीं सकता है !
हस्तमैथुन मन के बशीभूत होकर किया गया वह गलत काम है जो धीरे आदत बन जाता है और शरीर को हानि पहुंचाने लगता है ! बार बार अश्लील फिल्म देखकर मनुष्य अपने आप पर काबू नहीं कर पाता है और वह हस्तमैथुन करने लगता है !
हस्तमैथुन के नुकसान
वीर्यनाश करने से आँखों की रोशनी कम होना !
मानव जीवन में आँखों का बहुत महत्व है बिना आँखों के मानव के जीवन में दुनिया का कोई महत्व नहीं होता है क्युकी आँखों के बिना जीवन बहुत कठिन है इसीलिए आँखों को स्वास्थ्य रखना बेहद आवश्यक है जो हमारी जिम्मेदारी है अधिक बार वीर्य नाश करने से आंखे उम्र और समय से पहले ही कमजोर हो जाती है
वीर्यनाश करने से जल्दी थकना !
बार बार वीर्यनाश से कुछ समय बीतने के बाद रोगी थोडा सा काम करने से ही शरीर में थकाबत को मेहसूस करता है और शरीर में कमजोरी मेहसूस होने लगती है काम करने की इक्छा नहीं होती है शरीर में आलस की मात्रा बढ़ जाती है !
वीर्यनाश करने से याददास्त कमजोर होना !
बात याद न रहना जल्दी भूलना कुछ समय बीतने के बाद ये समस्या उत्पन्न होने लगती है और मानसिक तनाव घेरने लगता है जिससे याददास्त पर गहरा असर पड़ता है !
वीर्यनाश करने से बालों का झड़ना और गंजापन !
बेसे तो कई लोगों में वाल झड़ने की समस्या रहती है पर यदि अधिक वीर्य नाश किया जाये तो जल्दी गंजापन और वाल झड़ना जैसे समस्या पैदा हो जाती है ! जिससे मनुष्य की परसनालिटी भी ख़राब लगने लगती है !
वीर्यनाश करने से खाना ठीक से न पचना अपच !
खाया खाना ठीक से पचता नहीं है और पेट में अपच की समस्या हो जाती है जिससे पेट के कई रोग होने लगते है फिर डॉक्टर और हॉस्पिटल के चक्कर में मनुष्य परेशान हो जाता है जीवन की सारी ख़ुशी खोने लगती है और निराशा का सामना करना पड़ता है !
वीर्यनाश करने से पेट में गैस बनना !
वीर्यनाश से भोजन पचता नहीं है और पेट पड़ा पड़ा सड़ने लगता है जिससे गैस आदि जैसे रोग होने लगते है !
वीर्यनाश करने से कमजोर शरीर !
धीरे धीरे शरीर में कमजोरी इसकदर बढ़ने लगती है की अपने शरीर को देखकर खुद को ही शर्म आने लगती है ! और शरीर दुर्वलता का शिकार हो जाता है जिससे वह किसी काम का नहीं बचता है ! और फिर अपने आप से घिर्णा होने लगती है ! जो बहुत ही बुरा अनुभव है !
वीर्यनाश करने से दुबलापन !
अधिक वीर्यनाश से खाया भोजन ठीक से पचता नहीं है और खाया भोजन शरीर को लगता नहीं है ! जिससे शरीर दुबला पतला होने लगता है और धीरे धीरे दुबलापन बढ़ने लगता है !
वीर्यनाश करने से हड्डियों कमजोरी आना !
मानव शरीर के लिए रज यानि वीर्य बहुत ही महत्व रखता है इसका नाश जीवन का नाश होता है ! उम्र से पहले ही बुढ़ापे जैसे अनुभव महसूस होता है हड्डियों में दर्द और शरीर में कमजोरी बढ़ने लगती है !
आदि ऐसे कई और नुक्सान है जो वीर्यनाश करने के कारण मनुष्य को होती है ! अब बात करते है वीर्यनाश करने की आदत से छुटकारा पाने की !
वीर्यनाश करने का मुख्य कारण अश्लील फ़िल्में देखना है ! जिन्हे देखने से मन कामुख हो जाता है और हस्तमैथुन जैसे गलत आदतों में उलझ जाता है !
शुरू शुरू में यह बहुत ही मज़ेदार लगता है वीर्यनाश करके मन और इन्द्रियों को बहुत शांत मिलती है पर धीरे धीरे ये आनंद आदत में बदल जाता है ! और मनुष्य न चाह कर भी इस कार्य को करने से अपने आप को रोक नहीं पाता है ! और जब तक हमें यह एहसास होता है की यह गलत और नुकसानदायक है तब यह आदत तलब बन जाती है जिसकी पूर्ति अनिवार्य हो है !
बार बार अश्लील फिल्म देखने से मन और इन्द्रीओं में एक तलब पैदा हो जाती है ! और उस को शांत करना ही मनुष्य को भरी पड़ जाता है !
यदि अश्लील फिल्म देखना बंद भी कर दे तो उस तलब का क्या जो मन में पैदा होती है ! और यह तलब इतनी शक्तिशाली होती है की मनुष्य की सोचने और समझने की शक्ति को खत्म कर देती है तबतक के लिए की जब तक आप इसे शांत न कर दो ! और मन की इस तलब को शांत करने के चक्कर में हम गलत कार्य कर देते है ! पर बाद में हमारी बुद्धि हमें यह एहसास दिलाती है की यह गलत है !
यह सारा खेल मनुष्य के शरीर के अंदर का ही है जिसने इसे समझ लिया उसके लिए इस आदत को छोड़ना आसान और सारा जीवन सुखमय हो जाता है !
जब भी हम मन की शांति के लिए अश्लील फिल्म देखते है तो वही हमारे अंदर से एक और आवाज आती है की नहीं यह गलत है ! वह आवाज बुद्धि की होती है ! (बुद्धि कैसे बढ़ाये)
बुद्धि और विवेक से ही मन को काबू किया जा सकता है ! एक बात जो हमेसा ध्यान रखना चाहिए मन कभी शांत नहीं होता और हमारी इन्द्रियां कभी तृप्त नहीं होती है !
मनुष्य जीवन भर मन को शांत करने और मन के हिसाब से ही चलता रहता है ! मन हर उस चीज़ की और आकर्षित होता है जो उसे अच्छा लगता है या जिस कार्य को करने में उसे मज़ा आता हो ! सारा जीवन मज़े के लिए व्यतीत कर देता है !
मनुष्य को चाहिए की वह मन को काबू में करके रखे और गलत राह पर न जाये ! पर उल्टा होता है मनुष्य मन के काबू में आ जाता है और बही कार्य करने लगता है जो मन को अच्छा लगे और मन को मज़ा आये !
मन को काबू करना इतना आसान नहीं है जहाँ हमने मन इतने सरे बिचार भर लिए है गलत आदतों की बजह से !
मन को बस में करने के लिए सबसे पहले हमें उसे बसना मुक्त करना होगा जिसका एक ही रास्ता है " ध्यान "
अच्छी संगति मनुष्य जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण होती है ! अच्छी संगति से अच्छे बिचार मन में आते है और वह गलत राह पर नहीं जाता है !
ध्यान करने से मन शांत रहता है और बुद्धि का बिकास होता है ! सोचने और समझने की शक्ति में बृद्धि होती है ! मनुष्य को सही निर्णय लेने में सहायता होती है बुद्धि ही मनुष्य को गलत कार्य करने से रोकती है और सही राह पर ले जाती है !
ध्यान करने में भी मन बहुत रुकाबट करता है क्युकी यह उसके लिए मज़ा नहीं सजा है सुरु सुरु में यह आपका ध्यान बहुत भटकायेगा और क्षणिक सुखों की ओर आपको ले जायेगा ! ध्यान लगाने के लिए मन को शांत और गलत बिचारमुक्त रखना होता है !
रोजाना ध्यान से मनुष्य का मनोवल बढ़ता है साथ ही वह आत्मनिर्भर होकर सही फैसले लेने लगता है ध्यान के कई फायदे होते जिनका मानव जीवन बहुत महत्व होता है और मनुष्य को आवस्यकता भी होती है !
इस गलत आदत को छोड़ने के लिए अपनी इन्द्रीओं पर काबू रखना चाहिए और अश्लील फिल्मों की अपने मन नहीं जाने देना चाहिए ! जीवन में अच्छे और कड़क नियम बनना चाहिए और धीरे धीरे उनका पालन करना चाहिए !
जिससे इस वीर्यनाश की आदत से छुटकारा पाया जा सके और सुखी और स्वस्थ्य जीवन यापन किया जा सके !
Bahut helpful h ye article
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