शराब पीने के बाद मल में बदबू क्यों आती है - sharab pine ke baad letrin se badbu kyu ati hai

शराब पीने के बाद मल में बदबू क्यों आती है ? sharab pine ke baad mal, letrin se badbu kyu ati hai 

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कुछ लोगों के साथ ऐसा होता है की जब वह रात को शराब (अल्कोहल ) का सेवन करते है तो सुबह उठकर शौच के समय मल त्याग में से बहुत तेज़ बदबू आती है कभी कभी यह बदबू इतनी भयानक होती है की सेहन करना मुश्किल हो जाता है ! पर किसी को समझ नहीं आता की मल में बदबू आने का कारण क्या है इस बात को वह आम बात समझ लेते है और वह इस घटना को नजरअंदाज कर देते है बिना इस बात पर ध्यान दिए !
आखिर क्यों , शराब पीने के बाद मल में बदबू क्यों आती है ? कुछ कारण है जिनकी बजह से यह समस्या होती है !

क्या आप जानते है ? शराब पीने के बाद होस क्यों नहीं रहता ! या नशा क्यों हो जाता है ! और अपने आप पर नियंत्रण क्यों नहीं रहता है आखिर ऐसा क्यों होता है और शराब शरीर में जाकर ऐसा क्या करती है ! एक और शराब की विशेष बात की कुछ लोगों को आखिर क्यों जल्दी नशा हो जाता है और कुछ लोगों को क्यों जल्दी नशा नहीं होता है ! 

शराब की कार्यप्रणाली ! शराब शरीर में जाकर क्या करती है 

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जब कोई व्यक्ति शराब का सेवन करता है तो वह मुहसे होकर सीधे पेट में जाती है  और फिर छोटी आंत के सहारे रक्त (खून) में मिलने लगती है और इसी के साथ नशे का चरण आरम्भ हो जाता है ! यदि पेट खाली है तो शराब जल्दी और ज्यादा मात्रा में खून में मिल जाती है ! इसके बाद शराब सीधे लिवर और दिमाग (मष्तिष्क) की और जाने लगती है शराब सबसे पहले और सबसे ज्यादा लिवर को नुकसान पहुँचती है ! लिवर के बाद शराब दिमाग में पहुंच जाती है !
  

अब नशे का सारा खेल चालू हो जाता है अपने देखा होगा कोई व्यक्ति नशा  होने पर ज्यादा बात करने लगता है , कोई व्यक्ति नाचने लगता है और किसी किसी को गुस्सा या झगड़ा करने लगते है ! यह सब शराब के दिमाग में मिलने से होता है शराब दिमाग में मिलते ही दिमागी हार्मोनों पर असर करती है जिससे अलग अलग हरकत करने पर व्यक्ति मजबूर होने लगता है !

शराब पीने के बाद मल लेट्रिन में बदबू क्यों आती है ! 

शराब पीने के बाद यदि हम शरीरिक परिश्रम नहीं करते है तो यह हमारे शरीर को नशे में ही रहने देती है और शरीर के बाकि कार्य को नहीं करने देती है ! क्युकी शरीर का सारा समय नशे को सँभालने और शराब को पचाने निकल जाता है इस बिच शराब पीने के बाद हम जो भी खाते है वह ठीक से पच नहीं पता है और पेट में पड़ा पड़ा सड़ने लगता है और बदबूदार मल के रूप में बहार आता है ! खाना ठीक से पचा या नहीं यह साबित होता है मल में से निकलने बाली बदबू से यदि बदबू खाये भोजन की खुशबु से मिलती हुई है तो खाना ठीक से नहीं पचा क्युकी ठीक  हुए भोजन से बदबू है 

अधिकतर शराब पीने वालों का पाचनतंत्र ठीक से कार्य नहीं करपाता है जिससे अपच , बार बार अपानवायु (पाद) भी आता है जो बहुत ही बदबूदार होता है और इस बदबू को सहन कर पाना बहुत मुश्किल होता है !

यदि हम शराब पीने के बाद शारीरिक परिश्रम करते है तो हमारा शरीर शराब को जल्दी और अच्छी तरह पचा लेता है जिससे शरीर अपने बाकि कार्यो को आसानी से कर पाता है और परिणाम स्वरुप हमारे द्वारा खाया भोजन अच्छी तरह पच जाता है !

कम शराब पीने पर जल्दी नशा क्यों चढ़ जाता है ? 

शराब का नशा हमारे खून पर निर्भर करता है यदि एक पुरुष और एक महिला को साथ में बराबर शराब पिलाई जाये ! जबकि दोनों का वजन बराबर हो , फिर भी महिला को पहले और ज्यादा नशा हो जायेगा क्युकी महिलाओं में खून कम रहता है और बसा (FAT) अधिक होता है ! होता यह है की कम खून में शराब जल्दी और ज्यादा मिल जाती है बही पुरुष में खून की मात्रा महिला के मुकाबले अधिक होती है जिससे खून में शराब धीरे धीरे मिल पाती है ! इसीलिए कम खून बाले को जल्दी नशा और अधिक खून बाले को शराब का नशा देर से होता है ! बराबर शराब पिने के बाद भी !

नशे में लोग अजीब हरकत क्यों करते है !

कुछ व्यक्तियों को शराब का नशा हो जाने के बाद अपने आप पर नियंत्रण नहीं रहता है और वह अजीब हरकत करने लगते है जैसे कही भी सो जाना , तेज आवाज में बात करना , गाना गाने लगना , नाचने लगना आदि यह सब दिमाग में शराब मिल जाने के बाद होता है जैसे ही शरीर में शराब की मात्रा अधिक हो जाती है तो दिमाग में उपस्थित हार्मोन प्रभावित हो जाते जिससे वह व्यक्ति कुछ करने लगता है !

शराब पीना कैसे छोड़े ? 

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शराब छोड़ने लिए किसी दवा की आवस्यकता नहीं होती है क्योंकी जब कोई  व्यक्ति इसे पीना प्रारम्भ करता है तब भी वह बिना किसी दवा के चालू करता है तो शराब पीना छोड़ भी सकता है ! यह निर्भर करता है आपकी इक्छा शक्ति और आत्मवल पर ! क्युकी जब हम निश्चय कर लेते है तो कुछ भी संभव है बस आवस्यकता होती है अपने आप पर भरोसे की ! यदि आपको अपने आप पर एकबार बिश्वास हो जाता है की आप यह कर सकते है तो फिर आप वह बिलकुल कर सकते है ! यदि आप डॉक्टर से इस समस्या समाधान करवाते है आपको पैसे और समय दोनों देना होगा और यदि अपनी इक्छा शक्ति से यह कर पाते है तो दोनों की बचत हो जाएगी और समस्या का समाधान भी हो जायेगा !

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